December 11, 2020

लंबाई बढ़ाने के लिए कभी न करें दवाइयों और पाउडर का सेवन, ये होंगे नुकसान


लंबाई बढ़ाने के लिए कभी न करें दवाइयों और पाउडर का सेवन, ये होंगे नुकसान

{"_id":“5a8f9abb4f1c1bb0098b4887”,“slug”:“do-not-take-height-increase-pills-it-has-side-effects”,“type”:“photo-gallery”,“status”:“publish”,“title_hn”:"\u0932\u0902\u092c\u093e\u0908 \u092c\u0922\u093c\u093e\u0928\u0947 \u0915\u0947 \u0932\u093f\u090f \u0915\u092d\u0940 \u0928 \u0915\u0930\u0947\u0902 \u0926\u0935\u093e\u0907\u092f\u094b\u0902 \u0914\u0930 \u092a\u093e\u0909\u0921\u0930 \u0915\u093e \u0938\u0947\u0935\u0928, \u092f\u0947 \u0939\u094b\u0902\u0917\u0947 \u0928\u0941\u0915\u0938\u093e\u0928",“category”:{“title”:“Fitness”,“title_hn”:"\u092b\u093f\u091f\u0928\u0947\u0938",“slug”:“fitness”}}

नीलम शुक्ला, Updated Fri, 23 Feb 2018 10:30 AM IST

1 of 3

height

वैदिक ग्राम, नोएडा के आयुर्वेदाचार्य, डॉ. पियूष जुनेजा बताते हैं कि कई लोग अपनी लंबाई बढ़ाने के लिए बिना जांचे-परखे ही बाजार में मिलने वाली दवाइयों और पाउडर का सेवन करने लगते हैं। जिसके कुछ साइड इफेक्ट्स भी होते हैं। कोई भी दवा लेने या उपाय आजमाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें। आपकी लंबाई क्यों नहीं बढ़ रही, यह शारीरिक जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। लंबाई बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक दवाइयों का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इनका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। सूखी नागौरी, अश्वगंधा की जड़, शतावरी, यष्टिमधु, गुग्गुल, गुडुची जैसी औषधियां लंबाई बढ़ाने में काफी मदद करती हैं। लेकिन इसे लेने से पहले किसी वैद्य से सलाह जरूर लें।

4 से 5 इंच बढ़ाया जा सकता है कद

वरिष्ठ संवाददाता, नई दिल्ली

अगर आपकी हाइट कम है तो उसमें 4 से 5 इंच का इजाफा किया जा सकता है। रेल रोड और एलिजा रॉव ऐसे मशीन हैं, जिनकी मदद से डॉक्टर आपकी लंबाई बढ़ा सकते हैं। डॉक्टर इन दोनों मशीन का यूज जेनेटिक रूप से छोटे कद लोगों या चोट या बीमारी की वजह से छोटे रह गए लोगों की मदद के लिए करते हैं। हालांकि अभी देश में इस प्रोसेस का यूज कॉस्मेटिक रूप से नहीं किया जा रहा है। डॉक्टरों का मानना है कि किसी भी सूरत में इसका यूज कॉस्मेटिक के लिए नहीं किया जाना चाहिए।

बढ़ सकती हैफीमर और टीबिया की लंबाई

मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के ऑर्थोपेडिक के एचओडी डॉक्टर अनिल अरोड़ा ने बताया कि जांघ की हड्डी फीमर और पैर की हड्डी टीबिया की लंबाई बढ़ाई जा सकती है। आमतौर पर पैर की हड्डी टीबिया की ही लंबाई बढ़ाई जाती है। डॉक्टर ने कहा कि इसके लिए दो मशीन उपलब्ध है, एक मशीन का नाम रेल रोड है, जो सीधी होती है और दूसरी एलिजा रॉव है जो छल्ले की तरह होता है। डॉक्टर ने कहा कि इसके लिए सबसे पहले घुटने के नीचे टीबिया को क्रैक किया जाता है और वहां पर यह मशीन फिट कर दी जाती है। इस मशीन में नट बोल्ट लगा होता है। मशीन का काम है कि जहां से हड्डी तोड़ी गई है उस गैप को बढ़ाना।

ऐसे बढ़ती है हाइट

डॉक्टर ने कहा कि रोजाना कम से कम एक एमएम हड्डी के बीच का गैप बढ़ता है और उस गैप में रोजाना नई हड्डी बनती है। अगर पैर 2 सेमी लंबा करना है तो लगभग 20 दिन तक मशीन को पैर में लगा कर छोड़ना होता है और रोजाना इस मशीन में लगे नट और बोल्ट को घुमाना होता है, यह काम मरीज खुद से कर सकता है। यह एक साधारण प्रोसीजर है। डॉक्टर ने कहा कि जहां पर नई हड्डी बनती है वहां पर मशीन को उतने ही दिन और छोड़ना होता है, ताकि नई हड्डी को तब तक स्पोर्ट मिलता रहे तब तक वह स्ट्रांग नहीं हो जाती। डॉक्टर ने कहा कि नई हड्डी पर रोजाना नई परत चढ़ती रहती है, जिससे कुछ दिनों बाद हड्डियां स्ट्रांग हो जाती हैं।

लापरवाही बरती तो हो सकता है नुकसान

इस प्रोसेस में एक्सपर्ट की देखरेख की जरूरत पड़ती है। तेज गति से हड्डी बढ़ने पर वह टेढ़ी हो सकती है। कॉम्पिलिकेशन आने पर परेशानियां बढ़ सकती है। यही वजह है कि इसका यूज केवल उन्हीं को करना चाहिए, जो इसके एक्सपर्ट हैं। डॉक्टर ने कहा कि आम लोगों को अपनी लंबाई बढ़ाने के लिए इस प्रोसीजर का यूज नहीं करना चाहिए, क्योंकि हर प्रोसीजर के अपने कंप्लीकेशन होते हैं। जो लोग बौने हैं, जिनका एक पैर छोटा और दूसरा बड़ा है, बीमारी या इंफेक्शन की वजह से पैर में कोई कमी रह गई है, तो ऐसे लोगों के पैर की लंबाई एक सामान करने के लिए इस प्रोसेस का इस्तेमाल किया जाता है। डॉक्टर ने कहा कि विदेशों से भी लंबाई बढ़ाने के कॉल आते हैं, लेकिन हम केवल जरूरतमंद लोगों के लिए इस प्रोसेस का इस्तेमाल कर रहे हैं।


回到上一頁